राजधानी रायपुर के खमतराई थाने प्रार्थी अनु सिंह ने 13 जुलाई 2020 को लिखित शिकायत की थी कि बिल्डर द्वारा मकान बनाने के नाम पर धोखाधड़ी की गयी है। मामले कार्यवाही चल रही थी इसी बीच थाने में बिल्डर और सिंह परिवार की आपसी सहमति हुई। जिसके बात अनु सिंह ने आपसी सहमति से शिकायत वापस ले ली। अनू सिंह ने बताया कि आपसी सहमति के बावजूद काम पूरा नहीं किया गया तथा 7 जून 2021 से लेकर अब तक उन्हें सिर्फ बातों में उलझा कर रखा जा रहा है।
मामले को लेकर खमतराई खाने में दोबारा लिखित शिकायत दिए जाने के बाद भी धोखाधड़ी के मामले में FIR नहीं किया गया है। उक्त बिल्डर द्वारा घर के कागज में हेरा फेरी भी किया गया है। बिल्डर से समझौता में बात हुआ था कि बैंक का लोन और घर के बदले घर । मगर अब तक ना तो घर मिला साथ ही समझौते में बिल्डर द्वारा दिए गये दो चैक भी बाउंस हो गये। जिसके कारण काफी मानसिक परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
अनु सिंह ने बताया कि उक्त मामले में खमतराई थाना पुलिस कार्रवाई नहीं करती तो थाना प्रभारी व बिल्डर की शिकायत रायपुर एसपी और उच्च अधिकारीयों के पास करेंगी। लगभग 2 सालो से प्रार्थी बिल्डर से परेशान है। अब देखना ये होगा कि पुलिस ऐसे बिल्डरों पर कब तक कार्रवाई करती है?? सवाल ये भी है कि समझोते के बाद भी मकान क्यों नहीं बनाया गया। पुलिस मामले की FIR क्यों नहीं लिख रहीं।