नई दिल्ली: पेट्रोल-डीजल के दामों में महंगाई के बीच लोगों को एक और नया झटका लगने वाला है. कोरोना काल में जमकर फायदा कमाने वाले प्राइवेट अस्पताल (Private Hospital) अब महंगाई के नाम पर मरीजों के इलाज और हेल्थ पैकेज के दामों में बढ़ोतरी करने जा रहे हैं. प्राइवेट अस्पतालों के इस फैसले से आपको मिलने वाले हेल्थ इंश्योरेंस (Health Insurance) भी महंगे हो जाएंगे. जिससे आपके घर का बजट और बिगड़ना तय है.
10 पर्सेंट तक महंगे हो सकते हैं चार्ज
जानकारी के मुताबिक प्राइवेट अस्पताल (Private Hospital) मरीजों के इलाज और हेल्थ पैकेजों के दाम में करीब 10 पर्सेंट तक की बढ़ोतरी करने जा रहे हैं. ऐसे में जब इंश्योरेंस कंपनियां (Health Insurance) प्राइवेट अस्पतालों के साथ अपने करार को रिन्यू करेंगी तो उन्हें ज्यादा दाम चुकाने पड़ेंगे. इसके चलते हेल्थ इंश्योरेंस कंपनियां भी अपने मेडिकल इंश्योरेंस को महंगा करने की घोषणा कर सकती हैं. जिससे हर महीने कटने वाले ग्रुप हेल्थ प्रीमियम की दर बढ़ जाएगी.
इंडिविजुअल हेल्थ पॉलिसी के लिए IRDAI की मंजूरी जरूरी
हालांकि इंडिविजुअल हेल्थ पॉलिसी के प्रीमियम में बढ़ोतरी के लिए IRDAI की मंजूरी जरूरी है. लेकिन कोरोना के क्लेम मामलों में हुई बढ़ोतरी की आड़ में हेल्थ कंपनियां इंडिविजुअल हेल्थ पॉलिसी (Health Insurance) में प्रीमियम बढ़ाने की मांग कर रही हैं. अगर IRDAI इस मांग को मंजूर कर लेती है तो लोगों को लिए इंडिविजुअल हेल्थ पॉलिसी लेना और महंगा हो जाएगा.
हेल्थ इंश्योरेंस भी महंगा होगा?
– 2022 में प्राइवेट हॉस्पिटल पैकेज दरों में 10% तक बढ़ोतरी की तैयारी कर रहे.
– हॉस्पिटल चार्जेस बढ़ने का ग्रुप इंश्योरेंस प्रीमियम पर ज्यादा असर होगा.
– हॉस्पिटल्स के साथ करार रिन्यू होते ही इंश्योरेंस कंपनियां ग्रुप हेल्थ प्रीमियम बढ़ाएंगी.
– इंडिविजुअल हेल्थ इंश्योरेंस प्रीमियम में IRDAI की मंजूरी के बाद ही बढ़ोतरी मुमकिन.
– कोरोना के क्लेम की आड़ में ज्यादातर कंपनियों ने IRDAI से हेल्थ पॉलिसी प्रीमियम बढ़ोतरी की मांग की.
– इंश्योरेंस कंपनियों के पास कोरोना से जुड़े 25 हजार करोड़ रुपये के क्लेम आए.
– कुछ कंपनियों ने हेल्थ प्रीमियम बढ़ाया तो कुछ बढ़ाने की तैयारी में हैं.