रायपुर के खमतराई क्षेत्र में एक अफसर ने खुद को गोली मारकर खुदखुशी कर ली। मृतक यहां निको इस्पात कंपनी में अफसर था। घटनास्थल से पुलिस को किसी तरह का सुसाइड नोट नहीं मिली है। इस कारणों से अभी तक वजह साफ नहीं हो पाया है कि आखिर उसने आत्महत कर ली। रायपुर खमतराई थाने की पुलिस इस मामले की जांच कर रही है।
घटना भनपुरी से लगे धन लक्ष्मी नगर इलाके की है। आलोक सिंह (45) यहां अपनी पत्नी और 3 बच्चों के साथ रह रहा था। उत्तर प्रदेश के बलिया का रहने वाला आलोक सिंह निको इस्पात (nico steel) नाम की कंपनी में मैनेजनमेंट का अधिकारी था। ये बात भी सामने आई है कि 2 दिन पहले ही इसने संस्थान से इस्तीफा दिया और अब खुदकुशी कर ली।
अब तक मिली जानकारी के अनुसार, यह घटना शुक्रवार दोपहर 12:00 बजे के आसपास हुई। तब आलोक का एक बेटा और दो बेटियां स्कूल गए हुए थे। घर पर सिर्फ पत्नी थी। तभी अचानक बेडरूम से फायर की आवाज आई। गोली चलने की आवाज सुनकर पत्नी जब बेडरूम की ओर भागी तो देखा कि पति का शव खून से सना जमीन पर पड़ा हुआ है। इसके बाद पड़ोसियों को जानकारी दी और मामला पुलिस (Police) के पास पहुंचा।
पत्नी सदमें में
मामले की छानबीन कर रहे खमतराई (Police) के प्रभारी सोनल ग्वाला ने बताया कि अब तक खुदकुशी के कारणों का पता नहीं चल सका है। उत्तर प्रदेश में रहने वाले आलोक के परिजनों को भी खबर दी गई है। पत्नी इस घटना के बाद से सदमे में है, वह बार-बार बेहोश हो रही है। पत्नी से पूछताछ के बाद ही आगे इस मामले में कुछ कहा जा सकता है। आलोक के अंतिम संस्कार के बाद परिजनों से इस मामले में पुलिस (Police) पूछताछ करेगी।
चर्चा कर्ज और वर्क प्रेशर
चर्चा है कि आलोक सिंह का कुछ लोगों से रुपयों का लेनदेन हुआ था। वो कर्ज के चलते परेशान था। मौत से पहले उसने पत्नी से जेवर भी मांगे थे और कुछ देर बाद खुद को गोली मार ली। मजदूर कांग्रेस के नेता राज सिंह हाडा ने बताया कि आलोक पर वर्क प्रेशर था, वह पिछले कुछ दिनों से तनाव में रह रहा था । पुलिस (Police) इन सभी पहलुओं को जांच के दायरे में रखकर काम कर रही है।
हथियार का शौक उसी ने ली प्राण
आलोक सिंह को हथियारों का शौक था। उसने UP से ही पिस्टल का लाइसेंस लिया था, जिसे बाद में छत्तीसगढ़ आकर उसने ट्रांसफर कराया था। पिछले 3-4 सालों से रायपुर में ही रहते हुए आलोक कामकाज कर रहा था। जिस पिस्टल को उसने खुद की रक्षा के लिए पास रखा था, उसी बंदूक से खुदकुशी कर ली।