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दिल्ली/रायपुर। कुणाल सिंह ठाकुर। काशी विश्वनाथ धाम में काम करने वालों को अब कड़कड़ाती ठंड में नंगे पांव काम नहीं करना पड़ेगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने काशी विश्वनाथ धाम में काम करने वालों के लिए जूट के जूते भेजे हैं। प्रधानमंत्री मोदी को यह पता चला था कि काशी विश्वनाथ में पुजारी, सुरक्षाकर्मी और मंदिर की साफ-सफाई में जुटे कर्मचारी ठंड में नंगे पैर काम करते हैं, जिसके बाद उन्होंने यह कदम उठाया है।

 

New दिल्ली/। काशी विश्वनाथ धाम में काम करने वालों को अब कड़कड़ाती ठंड में नंगे पांव काम नहीं करना पड़ेगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने काशी विश्वनाथ धाम में काम करने वालों के लिए जूट के जूते भेजे हैं। प्रधानमंत्री मोदी को यह पता चला था कि काशी विश्वनाथ में पुजारी, सुरक्षाकर्मी और मंदिर की साफ-सफाई में जुटे कर्मचारी ठंड में नंगे पैर काम करते हैं, जिसके बाद उन्होंने यह कदम उठाया है।

पीएम मोदी काशी विश्वनाथ धाम और वाराणसी के विकास कार्यों से गहराई से जुड़े रहे हैं और हर चीज पर करीब से नजर रखते हैं। हाल ही में उन्होंने (प्रधानमंत्री ने) पाया कि काशी विश्वनाथ धाम में काम करने वाले ज्यादातर लोग नंगे पांव अपनी ड्यूटी कर रहे हैं, क्योंकि मंदिर परिसर में चमड़े या रबड़ के जूते पहनना मना है। इनमें पुजारी, सेवा करने वाले लोग, सुरक्षा गार्ड, सफाई कर्मचारी और अन्य लोग शामिल हैं। प्रधानमंत्री मोदी ने तुरंत 100 जोड़ी जूट के जूते मंगवाए और काशी विश्वनाथ धाम के लिए रवाना कर दिए ताकि काम के दौरान लोगों को कड़ाके की ठंड में नंगे पांव न रहना पड़े। प्रधानमंत्री की इस पहल से काशी विश्वनाथ धाम में काम करने वाले लोग बहुत खुश हैं। प्रधानमंत्री मोदी छोटी से छोटी चीजों पर कितना गौर करते हैं और गरीबों की कितनी चिंता करते हैं यह इस बात का उदाहरण है।