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देशभर मे पान(paan ) का उपयोग का प्रयोग दवाईया, धार्मिक पूजा-पाठ व सभी सांस्कृतिक कार्यों के रूप मे किया जाता है | बात करेंगे पान की खेती की तो देश के प्रगतिशील किसान पान की खेती कर अच्छा लाभ कमा रहे है |

 

अगर आप भी खुद का बिज़नेस(business ) शुरू करने का सोच रहे है तो आज के बिज़नेस आईडिया(business idea ) में हम बात करेंगे छोटे रकम में अधिक मुनाफ़े(profit ) वाले बिज़नेस की। पान मुख्य रूप से तांबूलि या नागवली नामक बेल का पत्ता है |

कब और कैसे करे –

 

 

 

कैसा होना चाहिए जमीन

 

1 -मिट्टी जीवाश्म युक्त और उपजाऊ होना चाहिए | जहा तक हो सके ऊंचे क्षेत्रों वाली भूमि का चयन करें |

 

2 -बरेजा बनाने से पहले खेत की पहली जुताई मई में या जून में किसी भी मिट्टी पलटने वाले हल से करनी चाहिए | ताकि तेज धूप में मिट्टी में मौजूद हानिकारक कीड़े-मकोड़े और खरपतवार खत्म हो जाए |

 

3 -पौध लगाने या बुवाई के बाद छिड़काव या स्प्रिंकल(sprinkle ) की सहायता से सिंचाई करें | सर्दी के मौसम में 3 से 4 दिनों बाद सिंचाई करें |

 

पान की खेती से कितना उपज मिलता है ?

 

अच्छे तरीकों से तैयार खेत 100 से 125 क्विंटल मे प्रति हेक्टेयर पान की उपज प्राप्त कर सकते है। जबकि दूसरे और तीसरे वर्ष 80 से 120 क्विंटल की पैदावार होती है. यानी 60 लाख पत्तियों का उत्पादन होता है |

 

पान की खेती करने वाले किसानों की और से कहना है की पान की खेती मे लगने वाली मेहनत, सिंचाई और खर्चों के हिसाब से कमाई नहीं बच पाती है अन्य मुनाफे वाली फसलों के मुकाबले |