Reporting :- मेघा तिवारी

 

देश भर मे पत्रकार नहीं हैं सुरक्षित, सच्चाई लिखने पर की जाती हैं एफआईआर, पत्रकारों का निर्णय पुलिस की खबरों का बहिष्कार

 

 

बैकुंठपुर छत्तीसगढ़ : कोरिया जिले के पत्रकार रवि रंजन सिंह पर पुलिस द्वारा अजाक थाने में एक्ट्रोसिटी एक्ट व धारा 505 के अंतर्गत मामला पंजीबद्ध करने के विरोध में आज कोरिया, सरगुजा जिले के विभिन्न संगठनों के पत्रकारों द्वारा पुलिस अधीक्षक प्रफुल्ल ठाकुर से मिलकर ज्ञापन सौंप कर इसे विद्वेषपूर्ण कार्रवाई बताया व एफआईआर के खात्मे का आग्रह किया।

जिस पर एसपी प्रफुल्ल ठाकुर ने कहा कि अन्याय नही होगा,मामले की जाँच चल रही है,चैट वायरल करने वाले तक पुलिस पहुंचने वाली है!

पुलिस अधीक्षक के आश्वासन से सभी पत्रकार सन्तुष्ट नजर नही आए व एक बैठक कर निंदा प्रस्ताव पारित करते हुए रवि सिंह के साथ जब तक इंसाफ नही होता तब तक पुलिस की खबरों का बहिष्कार करने का निर्णय लिया गया।

बताया जा रहा है कि एक व्हाट्सएप ग्रुप में पुलिस अधिकारियों की आपसी चैटिंग को मोबाईल नम्बर 7049646355 से वायरल किया गया। जिसे आधार बना कर रवि रंजन सिंह ने इस सम्बंध में खबर का प्रकाशन किया गया। जिसके बाद पुलिस विभाग के ही एक एएसआई ने अजाक थाने में मामले की शिकायत दर्ज कराई जिस पर रवि के खिलाफ एफआईआरदर्ज की गई।

सायबर टीम पर प्रश्न –

पुलिस के पास अपनी सायबर टीम है। लेकिन सायबर सेल अब तक न तो व्हाट्सएप चैट की सत्यता की जांच नही कर पाई और किसने चैट को वायरल उस तक पहुंच पाई है। तो क्या यह माना जा सकता है कि कोरिया की सायबर सेल केवल मोबाइल लोकेशन ट्रेस ही कर पाती है। जबकि पुलिस को चाहिए था कि आईटी एक्सपर्ट की मदद से इस कथित फर्जी चैट को बनाने व उसे वायरल करने वाले तक पहुंचने की जद्दोजहद जहद करती जो असली मास्टर माइंड है। लेकिन अब ऐसा माना जा रहा है कि पुलिस ने अपनी ऊर्जा पुरानी खबरों के प्रकाशन को लेकर रवि सिंह के खिलाफ ही मामला दर्ज कराने में लगा दी।

रायपुर प्रेस क्लब समर्थन में डीजीपी से करेंगे मुलाकात-

रायपुर प्रेस क्लब के अध्यक्ष दामू आम्बेडरे ने भी रवि रंजन सिंह मामले में अपना समर्थन देते हुए इसे पुलिस की ज्यादती बताया। उन्होंने कहा कि इस मामले से डीजीपी छग को अवगत कराया जाएगा।