Vandematram News||नई दिल्ली।
संसद के शीतकालीन सत्र के दौरान भाजपा धीरे-धोरे अपने पत्ते खोल रही है। शीतकालीन सत्र गृह मंत्री अमित शाह के बयान से CrPC में बदलाव को लेकर चल रहे कयासों पर मुहर लग गई है। गृहमंत्री अमित शाह ने अपने बयान में कहा कि, “CrPC में पहले 484 धाराएं थीं, अब इसमें 531 धाराएं होंगी। 177 धाराओं में बदलाव किए गए हैं और 9 नई धाराएं जोड़ी गई हैं। 39 नई उप-धाराएं जोड़ी गई हैं। 44 नए प्रावधान जोड़े गए हैं।”
बता दें इससे पहले गृह मंत्री अमित शाह ने संसद में कहा कि मोदी सरकार आईपीसी में बदलाव को लेकर बड़ी ही जिम्मेदारी से काम कर रही है। अपने भाषण के दौरान कांग्रेस नेता पी चिदंबरम पर निशाना साधते हुए कहा कि, पूर्व गृहमंत्री पी चिंदंबरम साहब कहा करते थे कि मॉब लिंचिंग को लेकर क्या कर रहे हैं तो मैं उनको बता चाहता हूं कि मॉब लिंचिंग पर सीधे फांसी की सजा दी जाएगी। अमित शाह ने कहा कि चिदंबरम साहब ना आप हमारी पार्टी को समझे हो ना विचारधार को समझे हो।
उन्होंने आगे कहा कि हमारी पार्टी का एक लक्ष्य है भारक का उत्कर्ष, इसी के तहत मॉब लिचिंग में फांसी का प्रावधान लाया है। लेकिन मैं पूछना चाहता हूं कि आप 70 साल तक थे तो मॉब लिचिंग का प्रावधान क्यों नहीं लेकर आए। जनता जानती है, इसलिए संसद में उस ओर बैठो हो, और बाहर बैठे हो, ऐसे double standards के कारण उनकी पार्टी को इतनी दिक्कतें उठानी पड़ रही हैं।