खुर्सीपार में खुलेगा भिलाई शहर का पहला केंद्रीय विद्यालय, भाजपा पार्षद दया सिंह की मांग पर केंद्र सरकार ने भेजा राज्य को पत्र, अब प्रशासन ढूंढकर देगा जमीन
– 27 मई 2022 को पार्षद दया सिंह ने की थी दिल्ली जाकर केंद्रीय विद्यालय की मांग
– केंद्रीय राज्य शिक्षा मंत्री सुभाष सरकार को दिए पत्र पर कार्रवाई हो गई शुरू
– केंद्रीय राज्य शिक्षा मंत्री के अतिरिक्त निज सचिव ने राज्य सरकार को भेजा है पत्र
– पूर्व सीएम डॉ. रमन ने भी केंद्र सरकार की मंजूरी का हवाला देकर कलेक्टर को भेज दिया पत्र
भिलाई। भिलाई शहर का पहला केंद्रीय विद्यालय खुर्सीपार में खुलने जा रहा है। भाजपा पार्षद दया सिंह की मांग पर कागजी कार्रवाई शुरू हो गई है। बीते 27 मई 2022 को भाजपा पार्षद और बोल बम सेवा एवं कल्याण समिति के अध्यक्ष दया सिंह ने मांग की थी कि खुर्सीपार में केंद्रीय विद्यालय होना चाहिए। इसके लिए वे पिछले दिनों दिल्ली दौरे पर थे। दया सिंह ने केंद्रीय राज्य शिक्षा मंत्री से मुलाकात कर कई बिंदुओं पर चर्चा की थी। इसमें सबसे प्रमुख बिंदू खुर्सीपार में केंद्रीय विद्यालय शुरू करने की थी। दया सिंह ने खुर्सीपारवासियों के लिए यह डिमांड की थी। केंद्रीय राज्य शिक्षा मंत्री सुभाष सरकार को दिए ज्ञापन में पूरी बातों का जिक्र किया था।
उस मांग पर कागजी कार्रवाई शुरू हो गई है। केंद्रीय राज्य शिक्षामंत्री के अतिरिक्त निज सचिव उज्जवल कुमार ने राज्य सरकार को पत्र भेजा है। कलेक्टर को भी यह पत्र गया है। जिला शिक्षा विभाग की ओर से कार्रवाई भी शुरू हो गई है। 8 बिंदुओं पर जो मापदंड होने चाहिए, उसे पूरी करने के लिए कहा गया है। अब कलेक्टर की ओर से जमीन की तलाश की जाएगी।
एजुकेशन हब भिलाई के लिए केंद्रीय विद्यालय जरूरी है: दया
दया सिंह ने कहा, भारत सरकार की सबसे बड़ी यूनिट भिलाई स्टील प्लांट, दुर्ग जिले के भिलाई शहर में स्थित है। भिलाई स्टील प्रबंधन लगातार अपने स्कूलों को बंद कर रहा है। अब तक 60 से ज्यादा स्कूल बंद हो चुके हैं। ऐसे में भिलाई शहर में शिक्षा को लेकर पालकों में असुविधा जैसी स्थिति निर्मित हो गई है। केंद्रीय संस्थान में कर्मियों की संख्या हजारों में होने की वजह से एक केंद्रीय विद्यालय की स्थापना दुर्ग जिले के भिलाई शहर के खुर्सीपार इलाके में होना चाहिए। केंद्रीय विद्यालय की डिमांड लंबे समय से हो रही है। ऐसे में सरकार की ओर से इस दिशा में बेहतर सकारात्मक पहल की जाए। ताकि शिक्षा की दिशा में हमारा भिलाई आगे बढ़ सके। इसके लिए हम सदैव आभारी रहेंगे।