रायपुर। सिटी बस चालक परिचालक संघ ने अपनी मांगों को लेकर नगर निगम आयुक्त को ज्ञापन सौंपा। मुखर बस चालक परिचालक संघ मांंगे पूरी नहीं होने पर परिचालन बंद करने की भी पूरी तैयारी कर चुका हैं। संघ का कहना हैं कि कोरोना काल का वेतन भत्ता का भुगतान नहीं हुआ हैं, अवकाश के दिनों का वेतन काटा जाता हैं। दुर्घटना या क्षति पर क्षतिपूर्ति हमारे वेतन से काटी जाती हैं, अवकाश का कोई प्रविधान नहीं हैं, परिचालकों को कार्य से निकाल दिया गया हैं। महंगाई भत्ता बढ़ाने और ओवर टाइम और हाजिरी को लेकर हमारी जायज मांगें हैं जिसे लेकर पुनः ज्ञापन सौंपा गया।
बस चालकों और परिचालकों संघ के संरक्षक व भाजपा प्रदेश प्रवक्ता संजय श्रीवास्तव ने संघ की मांगों को जायज बताते हुए कहा कि जायज मांगों पर सहानुभूतिपूर्वक निर्णय किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि कोरोना काल में चालकों परिचालकों ने अपनी जान का जोखिम लेते हुए कार्य किया लाकडाउन में सेवा दी और बदले में वेतन भत्ते का भुगतान नहीं हुआ, यह ज्यादती हैं। अवकाश के दिनों का वेतन काटना कैसा न्याय हैं? उन्होंने क्षतिपूर्ति की भरपाई चालकों व परिचालकों के वेतन से करने को तानाशाही रवैया करार दिया। संघ के संरक्षक व भाजपा प्रवक्ता संजय श्रीवास्तव ने कहा कि देश मे कानून का राज हैं और सभी को अवकाश का अधिकार हैं परंतु चालकों और परिचालकों के साथ अन्याय हो रहा हैं यह दुर्भाग्यपूर्ण हैं।
उन्होंने परिचालकों को कार्य से निकाले जाने को मनमानी करार देते हुए सभी को बहाल करने एवं महंगाई भत्ता बढ़ाये जाने व ओवर टाइम देने की मांग की हैं। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि यदि सिटी बस चालकों परिचालकों की मांग पर 10 दिनों के अंदर सहानुभूतिपूर्वक निर्णय नहीं लिया गया तो बसों का परिचालन बंद करने हम बाध्य होंगे।