खुर्सीपार में पार्षद दया सिंह ने कराया पतंग उत्सव, मकर संक्रांति पर रोमांचक नजारा देखने मिला वार्ड 44 लक्ष्मीनारायण वार्ड में, बचपन को याद करते हुए दया ने कहा – पुरानी परंपरा को जीवित रखना जरूरी, कोविड नियमों का पालन करने की अपील

भिलाई। चली-चली रे पतंग मेरी चली रे व चलो बादलों के पार हो के डोर पर सवार सदाबहार फिल्मी गीतों के अंदाज में शौकीन बच्चों के साथ युवाओं ने बदली भरे नीले आसमां में जमकर पतंगबाजी की। ये रोमांचक नजारा भिलाई नगर निगम के खुर्सीपार क्षेत्र में आज मकर संक्रांति पर्व पर देखने को मिला। कोविड-19 प्रोटोकाल का पालन करते हुए बोलबम कल्याण एवं सेवा समिति के अध्यक्ष व भारतीय जनता पार्टी के युवा पार्षद दया सिंह के नेतृत्व में वार्ड-44 लक्ष्मी नारायण वार्ड में पतंग उत्सव अंतरराष्ट्रीय पतंग उत्सव की तर्ज पर मनाया गया। मकर संक्रांति पर कोविड से बचाव के भी उपाय बताए गए। पतंगों पर दो गज की दूरी, मास्क लगाओ जीवन बचाओ आदि नारों को उकेर कर सन्देश दिया गया। यहां आसमान में दिनभर रंग-बिरंगी पतंगबाजी देखते ही बन रही थी।

पतंगें पतंगबाजों के इशारे पर नीलाम्बर में लहरा रही थी, जो आंखों को शुकून और मन को काफी आनन्द दे रहा था। इस अवसर पर नवनिर्वाचित पार्षद व जन-जन के लोकप्रिय व जुझारू नेता ने दया ने कहा कि इस उत्सव का उद्देश्य सदियों पुरानी परंपरा को जीवित रखना और खुर्सीपार क्षेत्र में भी पतंगबाजी का अवसर देना है।

उन्होंने अपने बचपन को याद करते हुए कहा कि पतंग उड़ाना हमारी संस्कृति का अहम हिस्सा है। ये हमें बचपन में वापस जाने का अवसर देता है।

दया के आयोजन देशभर में
गौरतलब हो कि दया सिंह सामाजिक, धार्मिक व पारम्परिक आयोजनों का हिस्सा बने हुए हैं। वे ग्राउंड लेवल पर जनहितकारी काम करके सीधे लोगों से दिल से जुड़े हुए हैं। वे जनता के दिलों में पैठ रखते हैं। हर परिस्थिति में चाहे कोरोनाकाल हो, दुर्गा व गणेश उत्सव या किसी गरीब-अमीर के दुःख-सुख का क्षण हो वे साथ खड़े रहते हैं। बीते 10-12 वर्षों से उनके द्वारा महाशिवरात्रि पर विशाल शिवजी की बारात निकाली जाती है जो अपने आपमें आकर्षण का केंद्र बन गया है। क्षेत्र के लोग शिव की बारात के बाद इस पतंग उत्सव से खुश हैं। इसकी चर्चा अब भारतवर्ष में हो रही है। पार्षद दया ने कहा कि अब तो शिव की बारात की आगामी वर्ष में और भी जोर शोर से भव्य रूप दिया जाएगा। उन्होंने लोगों से अपील की है कि कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए अपने घरों पर सुरक्षित रहें, मास्क व सेनेटाइजर का उपयोग करें।