*छठ पूजा समिति सडडू ने पर्यावरण मित्र आदित्य राजे को किया सम्मानित*

पर्यावरण मित्र एवं महज 10 वर्ष की आयु मे पर्यावरण के क्षेत्र मे पीएचडी धारक रायपुर निवासी डॉ आदित्य राजे सिंह को छठ पूजा समिति ने सम्मानित किया l उनके द्वारा पर्यावरण संरक्षण, तालाबों की स्वक्षता के लिए जागरूकता अभियान निरन्तर छत्तीसगढ़ एवं अन्य दूसरे राज्यों में भी चलाया जाता है l आदित्य राजे ने छठ महापर्व के अवसर पर लोगों को संबोधित किया एवं कहा कि छठ पूजा भारतीय संस्कृति और प्रकृति के प्रति श्रद्धा का प्रतीक है l यह पर्व हमें पर्यावरण संरक्षण और पारिवारिक मूल्यों की याद दिलाता हैl यह महापर्व हम सभी को प्रकृति संरक्षण का महत्व समझता है l

छठ पूजा आस्था, पवित्रता, स्वच्छता एवं सूर्य उपासना के महापर्व के रूप में मनाया जाता है l छठ पूजा के अवसर पर समाज में प्रकृति के प्रति जागरूकता आनी चाहिए एवं हम सभी को जल जंगल और जमीन के संवर्धन के विषय में कार्य करना चाहिएl भगवान सूर्य को जीवों के प्राणों का आधार भी कहा जाता है और छठ पर्व में सूर्य देवता की पूजा की जाती है यह पर्व हम सभी को यह सिखाता है कि जिस तरह से उगता सूर्य जीवन में उजाला लेकर आता है ठीक उसी तरह से डूबता सूर्य अगले दिन की उम्मीद देकर जाता हैl

उन्होंने इस महापर्व पर सभी व्रतधारियों एवं श्रद्धालुओं से आग्रह किया है की प्लास्टिक मुक्त छठ पूजा का त्यौहार मनाए। पर्यावरण मित्र आदित्य राजे महज 5 वर्ष की आयु से ही पर्यावरण संरक्षण एवं संवर्धन के क्षेत्र में कार्य कर रहे हैं एवं 10 वर्ष की आयु में पर्यावरण के यंगेस्ट पीएचडी होल्डर के रूप में गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में उनका नाम दर्ज है l

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