राजधानी में परिवहन विभाग बना रिश्वतखोरी का गढ़, लाइसेंस बनाने की आड़ में फल फूल रहा व्यापार….
रिपोर्ट मेघा तिवारी रायपुर छत्तीसगढ़..
राजधानी रायपुर के क्षेत्रीय परिवहन कार्यालय रायपुर में लाइसेंस बनाने को लेकर एक बड़ा मामला सामने आया है एक नहीं दो नहीं बल्कि चार-चार लोग एक साथ यह शिकायत कर रहे हैं कि लाइसेंस बनाने के लिए हमसे एक ₹1000 की रिश्वत मांग रहे हैं
और नहीं देने पर अधिकारी से बात करो या फिर पैसे दो इसी शर्त पर लाइसेंस बनेगा अब देखने वाली बात यह है कि परिवहन विभाग ने जब ऑनलाइन का सिस्टम बनाया है तो फिर इन रिश्वतखोरों का यहां पर दुकान किस तरह से लग रही है विशेष सूत्रों की माने तो हर रोज इन रिश्वतखोरों को लाखों रुपए का चढ़ावा चढ़ाया जाता है और जो चढ़ावा चढ़ाते हैं
उससे कोई भी सवाल जवाब नहीं किया जाता नहीं उसे ट्राईल लिया जाता है जो रिश्वत नहीं देते उसे ट्रायल में फेल कर दिया जाता है या फिर कोई ना कोई कमी निकाल कर परेशान किया जाता है इन सब का चक्कर काट काट कर बिचारी भोली जनता परेशान हो जाती है और फिर चढ़ावा चढ़ाने को मजबूर हो जाती है भाजपा शासित राज्य में कारनामा घोर निंदनीय है क्योंकि भाजपा का यह नारा था ना हम खाएंगे ना खाने देंगे फिर भाजपा शासित राज्य में ही इस तरह का रिश्वतखोरी देखने को मिल रहा है
परिवहन विभाग में यह बात कोई नई नहीं है इससे पहले भी अपने कई खबर पढ़ी होगी कि लाइसेंस बनाने के नाम पर लोगों को किस तरह से लूटा जाता है लोग चक्कर काट कर किस तरह परेशान हो जाते हैं यह बात किसी से छुपी नहीं है….
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