जेहादियों को शारीरिक और मानसिक चोट देनी होगी तभी यह सुधरेंगे — अनुराग भृगुवंशी
मेघा तिवारी
नई दिल्ली/ राष्ट्रीय युवा हिंदू वाहिनी के राष्ट्रीय अध्यक्ष गोस्वामी अनुराग भृगुवंशी ने कहा है की अगर भारत में सनातन धर्म को जिंदा रखना है तो हर सनातनी हिंदू को हथियार रखना होगा और आत्मरक्षा के लिए हथियार रखना गलत नहीं है।
भृगुवंशी आज नई दिल्ली स्थित यूपी भवन में आयोजित मीडिया से रूबरू होते हुए यह बात कही। उन्होंने मीडिया के एक सवाल तथा राजस्थान के उदयपुर में घटित घटना के बारे में जवाब देते हुए कहा कि रामराज दिलाने और सनातन धर्म को जिंदा रखना है तो हर सनातनी हिंदू को हथियार रखना होगा उन्होंने सुप्रीम कोर्ट का हवाला देते हुए कहा कि हाल ही में सुप्रीम कोर्ट में कहा कि आत्मरक्षा के लिए हथियार उठाना गलत नहीं है और हम हिंदू किसी की हत्या करने के लिए हथियार नहीं उठा रहे हैं बल्कि स्वयं की आत रक्षा और अपने परिवार की सुरक्षा के लिए हथियार रखने की बात हम कर रहे हैं हम ना ही हिंसा की बात कर रहे हैं सनातनी हिंदू तो कभी हिंसा की सोचता ही नहीं है हम चाहते हैं कि यदि कोई इस तरह से जेहादी हमारे घर पर हमला करने आए तो हम अपनी रक्षा तो कर सकें हमारा धर्म नहीं सिखाता किसी को मारना हम तो यह चाहते हैं कि हमारा देश सुरक्षित रहें हमारा परिवार हमारे बच्चे सुरक्षित रहें और हमारी संस्कृति सुरक्षित रहें और इस तरह राजस्थान में जिस तरह जेहादी ने घटना की उस तरह की घटना ना हो और हिंदुओं द्वारा हथियार उठाने से इन जेहादियों के मन में एक खौफ हो कि भारत के 100 करोड़ सनातनी कमजोर नहीं है।
एक सवाल के जवाब में गोस्वामी ने कहा कि हिंदू वाहिनी के पदाधिकारी बहुत जल्दी उदयपुर जाएंगे और पीड़ित परिवार से मिलेंगे तो था उनकी व्यवस्था जो भी जरूरत कराई जाएगी और हिंदू वाहिनी के पदाधिकारी केंद्र सरकार से भी मांग कर रहे हैं कि पीड़ित परिवार को सुरक्षा प्रदान की जाए और 24 घंटे में कार्यवाही करते हुए इनको फांसी की सजा सजा दी जाए जो एक नजीर बने इन जिहादियों के लिए उन्होंने कहा कि हमको भी एक बार इन जिहादियों के लिए तालिबानी बनना पड़ेगा। ऐसे जिहादियों को मानसिक और शारीरिक चोट दी जाएगी तभी इत्यादि रुकेंगे नहीं तो यह जिहादी इसी तरह और हावी होंगे।
समानता व कानून मे बदलाव की जरूरत– कल्पना सिंह
इस अवसर पर राष्ट्रीय हिंदू वाहिनी मातृशक्ति की प्रभारी श्रीमती कल्पना से देश में बच्चियों यूपी और महिलाओं पर बढ़ते अत्याचारों के सवाल के जवाब में कहा कि महिला आयोग बाल आयोग इन सब को इस विषय में सशक्त और जागरूक होना होगा तथा देश में न्यायपालिका से लेकर कार्यपालिका तक कानून में बदलाव की जरूरत है विशेषकर महिलाओं के अत्याचार को लेकर कानून को सख्त बनाना बहुत जरूरी है श्रीमती कल्पना सिंह ने कहा कि आज हम महिला और पुरुष में समानता की बात करते हैं लेकिन यह समानता केवल शिक्षा में है बाकी नौकरियों में राजनीति में सहित अन्य देखें कई समानता नहीं है इसलिए जरूरत है आज सभी जगह सभी क्षेत्र में महिलाओं को पुरुषों के बराबर समानता का अधिकार मिले और हिंदू वाहिनी भी इस संदर्भ में एक योजना बना रही है जिसे बहुत जल्दी लागू किया जाएगा