कोरबा/पाली:- पंचायतों में कराए जाने वाले निर्माण कार्यों की मॉनिटरिंग के लिए जिम्मेदार अधिकारी गंभीर नजर नही आते और होने वाले लाखों के कार्य देखरेख के नाम पर महज औपचारिता निभाया जाता है। जिसके कारण सरपंच- सचिव कार्य के गुणवत्ता को दरकिनार कर मनमानी पूर्वक घटिया काम कराकर निर्माण की इश्रीति कर लेते है। ऐसा ही गुणवत्ताहीन निर्माण रतखंडी पंचायत में देखने को मिला।
पाली जनपद पंचायत अंतर्गत दूरस्थ एवं बीहड़ वनांचल ग्राम पंचायत रतखंडी के काचरमार बस्ती में कराए गए नाली निर्माण के कार्य मे सरपंच- सचिव द्वारा शासकीय नियमों को दरकिनार कर ठेकेदारी प्रथा से काम कराया गया है। जो बेहद घटिया होने के साथ 6 माह भी टिकने लायक नही दिख रहा है।
निर्माण को लेकर यहां के ग्रामीणों ने बताया कि रेत, गिट्टी, सीमेंट मिश्रण सहित नाली के बेस में बांधी गई छड़ की जाली बांधने को लेकर भी शासकीय नियमो को नजरअंदाज कर 1 मीटर की दूरी पर छड़ बांधकर ढलाई किया गया है। जहां लाखों की लागत से कराए गए उक्त कार्य की गुणवत्ता को लेकर जमकर लापरवाही बरती गई है।
जिससे निर्माण की मजबूती पर सवाल उठ रहे है। इस पंचायत में कराए जाने वाले विभिन्न निर्माण कार्यों के मामले पर ग्रामीणों ने कहा कि पाली मुख्यालय से दूरस्थ एवं सरहदी ग्राम पंचायत होने के कारण संबंधित अधिकारियों की आवाजाही ना के बराबर होने का फायदा उठा सरपंच- सचिव अपनी मनमानी पूर्वक निर्माण कार्यों को अंजाम देते है और सभी कार्य अघोषित ठेकेदारों के माध्यम से कराया जाता है।
जिसके कारण होने वाले काम घटिया निर्माण की भेंट चढ़ जाता है। जब इस निर्माण के योजना व राशि के संबंध पर सरपंच बाबूलाल सोनवानी से जानकारी चाही गई तो उन्होंने कहा कि मुझे राशि व योजना के बारे में कोई जानकारी नही है। हैरत वाली बात है कि ग्राम पंचायत निर्माण एजेंसी होने के बाद भी यहां के सरपंच को कार्य की जानकारी नही है, जबकि सरपंच के निवास से महज 150 मीटर की दूरी पर नाली निर्माण का कार्य हुआ है।
अब उन्होंने निर्माण के संबंध में अनभिज्ञता क्यों जाहिर कि यह तो वे ही जाने किंतु नाली निर्माण के कार्य मे जिस तरह से गुणवत्ता की घोर अनदेखी की गई है, उससे साफ जाहिर होता है कि बिना आधिकारिक सहमति घटिया निर्माण कार्य संभव नही।