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नई दिल्ली/रायपुर। कुणाल सिंह ठाकुर। भगवाान शिव की पूजा और कृपा पाने के लिए रुद्राक्ष से उत्तम कुछ हो नहीं सकता है। यही कारण है कि शिव भक्त न सिर्फ महादेव की पूजा में इसे चढ़ाते हैं, बल्कि उनका महाप्रसाद मानते हुए अपने गले, बाजू आदि में धारण भी करते हैं। मान्यता है कि रुद्राक्ष की उत्पत्ति भगवान शिव के आंसुओं से हुई है। यही कारण है कि इसे बहुत ही ज्यादा पवित्र और शुभ फल प्रदान करने वाला माना गया है। रुद्राक्ष के बारे में तमाम पुराणों में महिमा बताई गई है। रुद्र पुराण के अनुसार रुद्राक्ष के अनेक भेद होते हैं। वे सभी प्रकार से अलग-अलग ढंग से शुभ फल प्रदान करते हुए साधक को भोग और मोक्ष प्रदान करते हैं।

 

रुद्राक्ष के प्रकार

शिव की कृपा दिलाने वाला रुद्राक्ष कई प्रकार का पाया जाता है। अलग-अलग आकार और अलग-अलग धारियां लिए यह रुद्राक्ष देवी-देवताओं से लेकर नवग्रहों से संबंधित होता है। इनमें से प्रत्येक मुखी वाला रुद्राक्ष अपने भीतर एक अलग गुण को समाहित किए होता है। यही कारण है कि अलग-अलग राशियों के लिए अलग-अलग रुद्राक्ष को पहनने का नियम बताया गया है।

 

राशि के अनुसार रुद्राक्ष

ज्योतिष के अनुसार नवग्रह से जुड़े रत्नों की तरह भगवान शिव की कृपा दिलाने वाला रुद्राक्ष भी किसी व्यक्ति के दुर्भाग्य को सौभाग्य में बदलने में सक्षम है। ऐसे में आपको सुख-समृद्धि और सौभाग्य की प्राप्ति के लिए अपनी राशि के अनुसार ही रुद्राक्ष धारण करना चाहिए। आइए जानते हैं कि 12 राशियों के लिए कौन सा रुद्राक्ष मंगलकारी है।

 

मेष राशि के लिए रुद्राक्ष

मेष राशि के जातकों को सौभाग्य की प्राप्ति के लिए एक मुखी, तीन मुखी या फिर पांच मुखी रुद्राक्ष धारण करना चाहिए।

 

वृष राशि के लिए रुद्राक्ष

वृष राशि के जातक को सुख-समृद्धि की प्राप्ति के लिए चार मुखी, छह मुखी या फिर चौदह मुखी रुद्राक्ष विधि-विधान से पूजा करके पहनना चाहिए।

 

मिथुन राशि के लिए रुद्राक्ष

मिथुन राशि के जातकों को आपको सौभाग्य को जगाने के लिए हमेशा चार मुखी, पांच मुखी और तेरह मुखी रुद्राक्ष प्राण-प्रतिष्ठित करवा कर पहनना चाहिए।

 

कर्क राशि के लिए रुद्राक्ष

कर्क राशि के लोगों को सौभाग्य में वृद्धि के लिए तीन मुखी, पांच मुखी या ​फिर गौरी-शंकर रुद्राक्ष को विधि-विधान से पूजा करवाकर धारण करना चाहिए।

 

सिंह राशि के लिए रुद्राक्ष

सिंह राशि के जातकों के सौभाग्य में वृद्धि के लिए एक मुखी, तीन किया मुखी और पांच मुखी रुद्राक्ष अत्यंत ही मंगलकारी साबित होता है।

 

कन्या राशि के लिए रुद्राक्ष

कन्या राशि के जातकों के लिए चार मुखी, पांच मुखी और तेरह मुखी रुद्राक्ष को विधि-विधान से पूजा करवाकर पहनना अत्यंत ही शुभ साबित होता है।

 

तुला राशि के लिए रुद्राक्ष

तुला राशि के जातकों को सौभाग्य की प्राप्ति के लिए चार मुखी, छह मुखी या फिर चौदह मुखी रुद्राक्ष प्राण-प्रतिष्ठित करवा कर धारण करना चाहिए।

 

वृश्चिक राशि के लिए रुद्राक्ष

वृश्चिक राशि के जातक को अपना सोया भाग्य जगाने के लिए तीन मुखी, पांच मुखी या फिर गौरी-शंकर रुद्राक्ष प्राण-प्रतिष्ठित करवा कर पहनना चाहिए।

 

धनु राशि के लिए रुद्राक्ष

धनु राशि के जातकों को सौभाग्य में वृद्धि हेतु एक मुखी, तीन मुखी या पांच मुखी रुद्राक्ष प्राण-प्रतिष्ठित करवा कर पहनना चाहिए।

 

मकर राशि के लिए रुद्राक्ष

मकर राशि के जातकों को अपने सौभाग्य को बढ़ाने के लिए हमेशा चार मुखी, छह मुखी अथवा चौदह मुखी रुद्राक्ष विधि-विधान से पूजा करवाकर पहनना चाहिए।

 

कुंभ राशि के लिए रुद्राक्ष

कुंभ राशि के जातकों को सौभाग्य बढ़ाने के लिए चार मुखी, छह मुखी या फिर 14 मुखी रुद्राक्ष धारण करना चाहिए।

 

मीन राशि के लिए रुद्राक्ष

मीन राशि के जातकों को सौभाग्य वृद्धि के लिए हमेशा तीन मुखी, पांच मुखी या फिर गौरी-शंकर रुद्राक्ष प्राण-प्रतिष्ठित करवा कर धारण करना चाहिए।

 

(यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं, इसका कोई भी वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है। इसे सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर यहां प्रस्तुत किया गया है।)