भिलाई। दया सिंह के दिल्ली दौरे से राजनीतिक सरगर्मी बढ़ गई है। संगठन के आला नेताओं के मुलाकात ने कई चर्चाओं को जन्म दे दिया है। कल दया सिंह ने दिल्ली में भाजपा के उस नेता से मुलाकात की, जिसके हस्ताक्षर से पार्टी के आदेश जारी होते हैं। भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव अरूण सिंह से दया ने मुलाकात की है। जब किसी राज्य का प्रदेश अध्यक्ष बदलना हो या किसी विधानसभा या लोकसभा के लिए प्रत्याशी जारी करना हो तो अरूण सिंह के लेटरहेड से ही जारी होता है। राष्ट्रीय महासचिव अरूण सिंह से मुलाकात के दौरान दया सिंह ने कई मुद्दों पर चर्चा की। राजनीतिक, सामाजिक और हिंदुत्व पर लंबी बातचीत में दया को दिशा-निर्देश भी दिए। आपको यह जानकारी के लिए बता दें कि दया सिंह की राष्ट्रीय महासचिव अरूण सिंह के साथ डेढ़ महीने में यह दूसरी मुलाकात है।

इस मुलाकात को तीन मायनों में समझिए
– राजनीतिक: दया सिंह के साथ में छत्तीसगढ़ के साथ-साथ दुर्ग-भिलाई के राजनीतिक विषयों पर राष्ट्रीय महासचिव ने बातचीत की। संगठन द्वारा किए जा रहे कार्यों की जानकारी दया ने दी है। दया को कई जरूरी टिप्स भी राष्ट्रीय महासचिव अरूण सिंह ने दिए हैं।

– सामाजिक: दया सिंह अखिल भारतीय क्षत्रिय कल्याण सभा के पदाधिकारी हैं। सामाजिक दृष्टिकोण से भी कई जरूरी विषयों पर चर्चा हुई है। दया ने अरूण सिंह को छत्तीसगढ़ आने का न्यौता दिया है। इससे पहले भी दया ने मुलाकात के दौरान भिलाई आने का आमंत्रण दे चुके हैं।

हिंदुत्व: भाजपा लगातार हिंदुत्व के एजेंडे को लेकर आगे बढ़ रही है। देश में हिंदुत्व के संरक्षण के लिए भाजपा का एक-एक कार्यकर्ता लगा हुआ है। भाजपा नेता दया सिंह बोल बम सेवा एवं कल्याण समिति के अध्यक्ष भी है। उन्होंने भाजपा महासचिव अरूण सिंह को बताया है कि बोल बम समिति हिंदुत्व, धर्मांतरण को रोकने के लिए कैसे काम कर रही है। महासचिव ने दया की पीठ भी थपथपाई है।

कौन हैं अरूण सिंह…?
अरुण सिंह उत्तर प्रदेश से राज्यसभा सांसद हैं। वह भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव और कर्नाटक और राजस्थान के लिए पार्टी के प्रभारी भी हैं। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) में शामिल होने के बाद संपर्क प्रमुख के साथ काम करते हुए प्रमुखता से उभरे। भाजपा की युवा शाखा भारतीय जनता युवा मोर्चा (भाजयुमो) के नेता बनने के बाद उनका राजनीतिक करियर शुरू हुआ । 1994 से 2004 तक, उन्होंने भाजयुमो के उपाध्यक्ष और राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष के रूप में कार्य किया, इसके अलावा इसके निवेशक प्रकोष्ठ के राष्ट्रीय संयोजक भी बने।