जिला अध्यक्ष चंद सुंदरानी ने निगम की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाते हुए गंभीर आरोप लगाए. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार इस स्मार्ट सिटी बनाने के लिए करोड़ों रुपए दे रही है, लेकिन स्मार्ट सिटी के कार्यों के नाम पर सिर्फ़ घोटाला और भ्रष्टाचार किया जा रहा है, इसकी जाँच कर जिम्मेदारों पर कार्रवाई की जानी चाहिए. भ्रष्टाचार के आरोपियों और जिम्मेदार अधिकारियों पर कार्रवाई नहीं होती है तो आगे सड़क से सदन तक की लड़ाई लड़ेंगे.

नेता प्रतिपक्ष मीनल चौबे ने कहा कि जनहित की योजनाओं को अपने हित में भी उपयोग किया जा रहा है. प्रधानमंत्री आवास के नाम पर हितग्राहियों को आवास नहीं मिल रहा है. नियम में स्वयं परिवर्तन करते हुए जमकर भ्रष्टाचार करने के साथ अपने लोगों को आवास दिया जा रहा है. इस पर विरोध करने के बाद भी कार्रवाई नहीं की जा रही है, जिसकी वजह से आज घेराव किया जा रहा है.

नेता प्रतिपक्ष ने इसके साथ सवाल उठाते हुए कहा कि मानसून दस्तक दे दी है, लेकिन नाला-नालियों की सफ़ाई नहीं हुई है. इससे शहर की जनता परेशान होगी, जल घेराव का सामना करना पड़ेगा. वहीं अमृत मिशन योजना के क्रियान्वयन पर सवाल उठाते हुए कहा कि स्तरहीन कार्य किया जा रहा है, ठेकेदारों की मनमानी जारी है, लेकिन अधिकारी आंख मूंद कर बैठे हैं. इसी के विरोध में निगम कार्यालय का घेराव किया गया है. हमारी मांग नहीं मानी जाती है तो आगे उग्र आंदोलन करेंगे.