छत्तीसगढ़ की गंगा शरण पासी जी को आज बाई पोस्ट साऊथ इंडियन ऑयल महिला ऐचिवर्स अवार्ड मोहन नगर ग्वालियर मध्यप्रदेश संस्था ने सम्मानित किया तथा कला साहित्य कौशल सम्मान उनकी एक मुस्कान पुस्तक विमोचन मे उनके द्वारा स्वयं लिखी किताब भी छप गई है, संघर्ष की देवी तथा आईरन लेडी गंगा शरण पासी 1994से शिक्षा विभाग में जुड़ी हुई है गांव किरना स्कूल से अपनी नौकरी की शुरुआत की जो आज पथरी हायर सेकेण्डरी स्कूल में कार्यरत हैं उन्होंने ने बहुत कठिन संघर्षों का सामना किया हैं
शिक्षाकर्मी नौकरी मिलने पर आमदानी इतनी नहीं थी की गाड़ी खरीद सके आठ साल पैदल सिलयारी से माढरकालोनी सही समय पर जाकर बच्चों को खूब पढाती तथा साहित्य कला नृत्य, खेलकूद सभी विधा में बच्चों को खूब आगे बढ़ाया आज खुद एक कवयित्री ओर लेखिका हैं समाज के हर संस्था ने सम्मानित किया हैं छत्तीसगढ़ को छोड़कर, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, मुम्बई, दिल्ली,राजेस्थान,आदि राज्यों ने भी इन्हें सम्मानित किया हैं छत्तीसगढ़ की एक अकेली महिला शिक्षिका हैं जो बालिकाओं को कराटे के साथ जोड़कर आत्मरक्षा की प्रेरणा देती है तथा स्वास्थ्य सम्बन्धी शिक्षा प्रदान करती है समाज सेविका होने के नाते महिलाओं की। समस्या पर आवाज बुलंद करती आ रही है उनके संघर्षों ओर कार्य को देखकर साउथ एशियन आइडल एचीवमेंट अवॉर्ड से सम्मानित किया गया है छत्तीसगढ़ के लिए गर्व बन चुकी है गंगा शरण पासी जी बहुत ही जागरूक महिला बनकर समाज में काम कर रही है